जनसंपर्क विभाग की संभाग स्तरीय फोटो पत्रकारिता कार्यशाला
फोटोग्राफ्स में बहुत शक्ति होती है। वे बिना शब्दों के भावों को अभिव्यक्त्ति देते हैं। पत्रकारिता में फोटोग्राफ्स का अत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। आज फोटोग्राफ्स के माध्यम से समाज को सकारात्मक संदेश देने की अत्यधिक आवश्यकता है।
इस आशय के विचार कलेक्टर श्री अजातशत्रु ने गुरूवार को यहां जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय संभाग स्तरीय फोटो पत्रकारिता कार्यशाला में व्यक्त किए।
इस अवसर पर अपर संचालक जनसंपर्क भोपाल श्री आर एम पी सिंह, संयुक्त संचालक जनसंपर्क उज्जैन श्री ब्रजेन्द्र द्विवेदी, मुख्य छाया चित्रकार जनसंपर्क संचालनालय भोपाल श्री प्रकाश कुलकर्णी, प्रख्यात छाया चित्रकार श्री गोविन्द चोरसिया तथा संभाग के समस्त जिलों से आए जनसंपर्क अधिकारी एवं फोटोग्राफर्स उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपर संचालक श्री आर एम पी सिंह ने फोटो पत्रकारिता के विभिन्न आयामों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी कला एवं विज्ञान दोनों है। कला के रूप में यह मनोभावों, प्रकृति आदि को अभिव्यक्त करती है वहीं कैमरा तकनीक के रूप में यह विज्ञान है।
इस अवसर पर अपर संचालक श्री आर एम पी सिंह ने फोटो पत्रकारिता के विभिन्न आयामों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी कला एवं विज्ञान दोनों है। कला के रूप में यह मनोभावों, प्रकृति आदि को अभिव्यक्त करती है वहीं कैमरा तकनीक के रूप में यह विज्ञान है।
एक कुशल फोटोग्राफर होने के लिए इन दोनों का ज्ञान होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जनसंपर्क विभाग शीघ्र ही एक मासिक फोटो मैग्जीन प्रकाशित करने जा रहा है जिसमें प्रदेश के समस्त जिलों के श्रेष्ठ छायाचित्र प्रकाशित किए जाएंगे। उन्होंने जनसंपर्क अधिकारियों से कहा कि वे प्रतिमाह अपने जिले के श्रेष्ठ छायाचित्र नियमित रूप से इस के लिये भिजवाएं।
भोपाल से आए छायाचित्र विशेषज्ञ श्री गोविन्द चौरसिया ने फोटोग्राफी के तकनीकी एवं कलात्मक पहलुओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी तथा प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया।
भोपाल से आए छायाचित्र विशेषज्ञ श्री गोविन्द चौरसिया ने फोटोग्राफी के तकनीकी एवं कलात्मक पहलुओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी तथा प्रतिभागियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया।
फोटोग्राफर को फोटो खींचते समय तकनीकी बातों का ध्यान रखने के साथ यह भी आवश्यक रूप से ध्यान रखना चाहिए कि जिन भावों का वह छायाचित्र के माध्यम से संप्रेषण करना चाहता है वे उसके छायाचित्र में आ रहे हैं या नहीं। साथ ही फोटो की गत्यात्मकता का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने फोटो के एक्सपोजर, कम्पोजीशन, फाइल साइज, एंगल आदि के बारे में सूक्ष्मता के साथ प्रतिभागियों को जानकारी दी।
कार्यशाला में मुख्य छायाचिकार श्री प्रकाश कुलकर्णी ने फोटोग्राफी के संबंध में आसान शब्दों में फोटो संकलन, फोटो कंपोजीशन, फोटो करेक्शन, फोटो सम्पादन तथा ई-मेल के माध्यम से फोटो संप्रेषण आदि के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने फोटोग्राफी के दौरान बरती जाने वाली तकनीकी सावधानियों के विषय में भी जानकारी दी। कार्यशाला में प्रोजेक्टर के माध्यम से फोटोग्राफी के आयामों के विषय में जानकारी दी गई।
कार्यशाला का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष माल्यार्पण तथा दीप प्रज्जवलित कर हुआ। संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री बृजेन्द्र द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यशाला की रूपरेखा बताई। कार्यशाला के अंत में उनके द्वारा उपस्थित सभी का आभार प्रदर्शन किया गया।
कार्यशाला में मुख्य छायाचिकार श्री प्रकाश कुलकर्णी ने फोटोग्राफी के संबंध में आसान शब्दों में फोटो संकलन, फोटो कंपोजीशन, फोटो करेक्शन, फोटो सम्पादन तथा ई-मेल के माध्यम से फोटो संप्रेषण आदि के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने फोटोग्राफी के दौरान बरती जाने वाली तकनीकी सावधानियों के विषय में भी जानकारी दी। कार्यशाला में प्रोजेक्टर के माध्यम से फोटोग्राफी के आयामों के विषय में जानकारी दी गई।
कार्यशाला का प्रारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष माल्यार्पण तथा दीप प्रज्जवलित कर हुआ। संयुक्त संचालक जनसंपर्क श्री बृजेन्द्र द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यशाला की रूपरेखा बताई। कार्यशाला के अंत में उनके द्वारा उपस्थित सभी का आभार प्रदर्शन किया गया।
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