मध्यप्रदेश में क्षमता एवं संभावना दोनों हैं
Bhopal:Monday, November 9, 2009 भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय जनसंख्या स्थिरीकरण दल ने मध्यप्रदेश में संस्थागत प्रसव में हुई उल्लेखनीय वृद्धि की अत्याधिक सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में परिवार नियोजन कार्यक्रम को अव्वल बनाने की पूरी क्षमता है। जो देश में एक उदाहरण बन सकता है। परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करते हुए दल के प्रमुख एवं राष्ट्रीय जनसंख्या स्थिरीकरण कोष के कार्यकारी निदेशक डा. अमरजीत सिंह के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, जैव प्रौद्योगिकी, जैव विविधता, जनशिकायत निवारण मंत्री श्री अनूप मिश्रा के साथ हुई।
राष्ट्रीय जनसंख्या स्थिरीकरण कोष के कार्यकारी निदेशक डा. अमरजीत सिंह ने कहा कि राष्ट्र व्यापी परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए हमने सबसे पहले मध्यप्रदेश को इसलिए चुना क्योंकि इस प्रदेश को स्वास्थ्य क्षेत्र में जो नेतृत्व हासिल हुआ है वह उत्कृष्ट है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में क्षमता एवं संभावना दोनों है और यह पूरे देश में परिवार कल्याण कार्यक्रम में अग्रणी हो सकता है। डा. अमरजीत सिंह ने संस्थागत प्रसव में 22 प्रतिशत वृद्धि के लिए कहा कि ‘‘इसके लिए मैं प्रदेश का अभिनंदन करता हूं'' उल्लेखनीय है कि प्रदेश में संस्थागत प्रसव 50 से बढ़कर 72 प्रतिशत हो गया है। समीक्षा दल के प्रमुख ने प्रदेश की जननी सहयोगी एक्सप्रेस योजना और ईएमआरआई 108 एंबूलेंस की भी सराहना की।
उन्होंने कहा कि जननी सहयोगी योजना में प्रदेश सरकार ने जो पैकेज सिस्टम लागू किया है वह निश्चित ही प्रशसंनीय है। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रमों के बारे में डाक्टरों से लेकर निचले स्तर तक जो प्रशिक्षण दिया गया वह गुणवत्तापूर्ण है। उन्होंने पुरूष नसबंदी में प्रदेश में हुई प्रगति की सराहना की। समीक्षा दल प्रमुख ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदेश में बच्चों और महिलाओं में कुपोषण दूर करने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री श्री अनूप मिश्रा ने इस अवसर पर समीक्षा दल का स्वागत करते हुए कहा कि आप वह आइना हैं जिसके जरिए हम प्रदेश के परिवार कल्याण कार्यक्रमों की असली तस्वीर देखते हैं। उन्होंने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रमों को गति देने के लिए हम अथक प्रयास कर रहे हैं।
इसके लिए हम मॉनिटरिंग सिस्टम के साथ ही निजी नर्सिंग होम में होने वाले परिवार नियोजन प्रकरण को भी दर्ज करेंगे। उन्होंने निर्देशित किया कि निजी नर्सिंग होम परिवार कल्याण कार्यक्रम में जो भी गतिविधि करे उसकी जानकारी राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग को दें।
श्री मिश्रा ने बताया कि हम कन्यादान योजना से लाभान्वित होने वाले दंपत्तियों से भी संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि प्रारंभ से ही उन्हें परिवार कल्याण कार्यक्रमों के प्रति जागरूक बनाया जा सके। श्री मिश्रा ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री की मंशा प्रदेश को स्वर्णिम बनाने की है।
उसमें हमारा योगदान होगा कि हम उन्हें एक स्वस्थ्य प्रदेश बनाकर दें। उन्होंने समीक्षा दल को विश्वास दिलाया कि मध्यप्रदेश में परिवार कल्याण कार्यक्रम को गति देने के लिये जो प्रयास प्रारंभ किये गए उनमें और गति लाई जाएगी।
बैठक में राष्ट्रीय जनसंख्या स्थिरीकरण कोष के विशेषज्ञ सदस्य डॉ. राणावत, डॉ. प्रमोद सामंतरे, संचालक स्वास्थ्य डॉ. अशोक शर्मा सहित निजी नर्सिंग होम के संचालक तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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