Pages


Top Stories

Thursday, August 27, 2009

अब अभिभावकों ने उठाए सवाल

सागर. डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के फॉर्मेसी विभाग में 22 अगस्त को हुई कथित रैंगिग का मामला अब उलझता नजर आ रहा है। इस मामले को लेकर अब आरोपी विद्यार्थियों के अभिभावकों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। गुरुवार को अभिभावकों ने कुलपति प्रो एनएस गजभिए से भेंट की। उन्होंने आवेदन देकर आठ बिंदुओं का उल्लेख करते हुए जांच कराने की मांग की है। जांच नहीं होने पर अभिभावकों ने मानव अधिकार आयोग, महिला आयोग में जाने की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि 22 अगस्त को विवि के फॉर्मेसी विभाग के बीफॉर्म द्वितीय वर्ष के 16 विद्यार्थियों को कथित रैगिंग के आरोप में 15 दिन के लिए क्लास से निष्कासित किया गया था। इन विद्यार्थियों पर बीफॉर्म प्रथम वर्ष प्रथम सेमेस्टर की कक्षा में जाकर जूनियर विद्यार्थियों से परिचय के नाम पर कथित रैगिंग लेने का आरोप था। इसके बाद कुलपति ने सोमवार को जांच समिति गठित करके 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी। लेकिन जांच समिति ने बुधवार को दो दिन का समय मांग लिया। ताकि जांच में सभी तथ्य जुटाए जा सकें।
गुरुवार को अभिभावकों और कुलपति प्रो. गजभिए के बीच चर्चा हुई। कुलपति ने अभिभावकों को भरोसा दिलाया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है। चूंकि अभी समिति जांच कर रही है इसलिए समिति की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। अभिभावकों में एन नारायण ग्वालियर, माधोराव पांडे, सारनी बैतूल, रविकांत गुप्ता, अमरपाटन सतना, ऋषभ जैन विदिशा आदि शामिल थे।
क्या कहते हैं अभिभावक
बच्चों ने इस मामले में हम लोगों को जो बताया वही बात कुलपति के समक्ष रखी है। वह इस बात पर उचित निर्णय लें।
अक्षय जैन, जबलपुर
बच्चों का कहना है कि प्रायोजित तरीके से इस मामले को अंजाम दिया गया है। बच्चों के साथ न्याय हो, यही बात हमने कुलपति से कही है। न्यायसंगत जांच हो और कार्रवाई हो।
दिवाकर प्रसाद त्रिपाठी, रीवा
कुलपति से सौहार्द्रपूर्ण माहौल में हमरी चर्चा हुई। हमने बच्चों की भावनाओं से उन्हें अवगत कराया है। कुलपति ने कहा कि वह प्रॉक्टर से भी इस घटना की रिपोर्ट लेंगे।

0 comments:

Related Posts with Thumbnails
 
Blog template by mp-watch.blogspot.com : Header image by Admark Studio